Wednesday, October 8, 2008

ठाकुर का कुँआ

चूल्हा मिटटी का
मिटटी तालाब की
तालाब ठाकुर का

भूख रोटी की
रोटी बाजरे की
बाजरा खेत का
खेत ठाकुर का

बैल ठाकुर का
हल ठाकुर का
हल की मूठ पर हथेली अपनी
फसल ठाकुर की

कुँआ ठाकुर का
पानी ठाकुर का
खेत-खलिहान ठाकुर के
गली मुहल्ले ठाकुर के
फ़िर अपना क्या ?
गाँव ?
शहर ?
देश ?
- ओमप्रकाश वाल्मीकि

3 comments:

हरीश आम्बेड (Harish Ambed) said...

बहुत सराहनीय
ब्लाग आगे भी अपडेट करें.

हरीश आम्बेड (Harish Ambed) said...
This comment has been removed by the author.
हरीश आम्बेड (Harish Ambed) said...

https://dalitsahityaa.blogspot.com/